हरदा जिले में इन दिनों एक अजीब सा सवाल लोगों के मन में है, कि मार्च के बाद यहाँ कौन अधिकारी रहेगा और कौन चला जाएगा। हरदावाणी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टर, एसपी सहित करीब 8 अधिकारियों को तबादला तय है। हांलाकि इसमें कुछ अधिकारी ऐसे हैं, जो अपनी मर्जी से तबादला कराना चाह रहे हैं।
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लोमेश कुमार गौर
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Thursday, February 17, 2011
मार्च अंत में होगी प्रशासनिक सर्जरी
हरदा जिले में इन दिनों एक अजीब सा सवाल लोगों के मन में है, कि मार्च के बाद यहाँ कौन अधिकारी रहेगा और कौन चला जाएगा। हरदावाणी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टर, एसपी सहित करीब 8 अधिकारियों को तबादला तय है। हांलाकि इसमें कुछ अधिकारी ऐसे हैं, जो अपनी मर्जी से तबादला कराना चाह रहे हैं।
Friday, February 4, 2011
कौन समझेगा जिला पंचायत की पंचायत
हरदा (हरदावाणी)। जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों द्वारा जिला पंचायत में बैठकर कभी-कभी उस पल को कोसा जाता है, जब उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इन लोगों की पीड़ा यह है कि जिला पंचायत के अधिकारी और कर्मचारी उन्हें शासन की योजनाओं की जानकारी नहीं देते है। जिला पंचायत की पंचायत को कोई नहीं समझ पा रहा है।
नाम बताओ किसको भेजें?
हरदा (हरदावाणी)। हरदा कलेक्टर की शिकायत लेकर भोपाल पहुँचे जिले के राजनीतिक दल के नेताओं को एक अजीब उलझन का सामना करना पड़ा। उलझन यह थी, कि जिनके पास शिकायत पहुँची उन्होंने सवाल कर लिया कि बताओ हरदा कलेक्टर के रूप में किसको भेजें। प्रशासनिक और राजनीतिक सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ समय से सत्तापार्टी के एक गुट और जिला प्रशासन में बातचित तो होती रहती, लेकिन तालमेल नहीं बन पा रहा है। खबर है कि नेताओं ने नए कलेक्टर के लिए किसी भी आईएएस का नाम तो नहीं बताया, लेकिन यह कहा कि किसी भी महिला को कलेक्टर के रूप में न भेजें। इसके अलावा जिले भर के आधा दर्जन अधिकारियों की सूची बनाकर स्थानान्तरण के लिए जिले के नेताओं ने भोपाल में दी है। इन आधा दर्जन अधिकारियों में 2 महिला अधिकारी एवं 4 अन्य विभाग प्रमुख पुरूष अधिकारी शामिल हैं। संभावना है कि मार्च अंत तक सूची बनाकर दी अधिकारियों की छुट्टी हो सकती है।
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