एलजी की कलम से 4 लाइन
पल में न्याय मिल जाए अब वो दरबार नहीं मिलता
दोस्त की यारी को समझे अब वो यार नहीं मिलता
यूं तो कई है पर सच लिख दे वो अखबार नहीं मिलता
बोलते सब है पर 'एलजी' अब निष्पक्ष पत्रकार नहीं मिलता
LG@HARDA
एलजी की कलम से 4 लाइन
पल में न्याय मिल जाए अब वो दरबार नहीं मिलता
दोस्त की यारी को समझे अब वो यार नहीं मिलता
यूं तो कई है पर सच लिख दे वो अखबार नहीं मिलता
बोलते सब है पर 'एलजी' अब निष्पक्ष पत्रकार नहीं मिलता
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